Corona Virus से जंग लड़ने में Ventilator योद्धा की तरह, कैसे काम करती है यह Machine.
2.Ventilator एक Machine है जो सांस लेने में असमर्थ patients के फेफड़ों तक Oxyzen पहुंचाने में मदद करती है
3.दुनियाभर में Corona Virus से जूझ रहे patients की जान बचाने के लिए अधिक से अधिक Machenical Ventilator की मांग बढ़ रही है। ये Ventilator patients की जान बचाने और Virus से लड़ने के लिए योद्धा की तरह काम कर हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाने के लिए कई Cars निर्माता Company इसे बनाने की पेशकश भी कर चुकी हैं।
Corona Viruas फेफड़ों को जकड़ता है ?
Corona Virus से संक्रमित patients में सबसे Common लक्षण हैं, सांस लेने में तकलीफ होना। 60 years से अधिक उम्र के patient में हालत और भी नाजुक हो जाती है। यहां सबसे ज्यादा काम आता है Mechanical ventilator. Ventilator एक Machine है जो सांस लेने में असमर्थ Patient की Help करती है। इस Machine की help से Patient के windpipe (श्वासनली) में डली एक tube के जरिए उसके फेफड़ों तक सांस पहुंचाई जाती है। Corona virus श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है जिससे सांस लेने में परेशानी होती है।
ऐसे काम करता है Ventilator.
Ventilator पर ले जाने से पहले patient को Anesthesia दिया जाता है। दूसरे मामलों में यह आम प्रक्रिया जैसा होता है लेकिन corona संक्रमण की स्थिति में अधिक सावधानी बरती जाती है क्योंकि ऐसा न होने पर medical staff में infecation फैलने का खतरा होता है। इस दौरान उनके शरीर में oxyzen देने के लिए नली लगाई जाती है। सांस नली को Ventilator से जोड़ा जाता है और time-time पर medical staff हवा का level बढ़ाता ताकि oxyzen फेफड़ों तक पहुंच सके।
कब Ventilator की जरूरत होती है?
1. एक सामान्य इंसान एक मिनट में 15 बार सांस लेता है लेकिन अगर वह 28 बार सांस ले रहा है तो उसे Ventilator की जरूरत है।2.गंभीर स्थिति में 30 मिनट में वेंटिलेटर मिलना बेहद जरूरी
3.patient को Ventilator की जरूरत है, यह पता लगने पर उसे तत्काल यह उपलब्ध कराना जरूरी होता है। वेंटिलेटर उपलब्ध होने तक oxyzen mask लगाकर स्थिति संभाली जाती है। गंभीर स्थिति है तो 30 minut के अंदर Ventilator patient तक पहुंचना जरूरी है।
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